भगवान श्रीकृष्ण को कैसे याद रखें?

bhagwan shree krishna
वेदास!
14 Jul 2019

भगवान श्रीकृष्ण को कैसे याद रखें?

दीक्षा के समय अग्निहोत्र यज्ञ परंपरा का हिस्सा है।जब मंत्रो के साथ घी एवं अन्न की आहूति दी जाती है तब इस यज्ञ के प्रभाव से कर्म बंधनों से मुक्ति मिल जाती है। इसका उद्देश्य वही है जो कि उस मंत्र का है जिसका हम उच्चारण करते हैं।

“ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्ववस्थाम गतोपि व
यह स्मरेत पुंडरीकाक्षम स बाह्यअन्तर: शुचि"

यह बहुत ही अच्छा मंत्र है। चाहे हम पवित्र हों या अपवित्र, जीवात्मा जो कि कई जन्मों से अलग-अलग शरीर और योनि धारण कर रहा है, कमलनयन भगवान गोविंद के पवित्र नाम का उच्चारण करने से पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान के स्मरण के करीब आ जाता है। इस प्रकार भगवान के स्मरण से हम हर प्रकार की भयभीत करने वाली परिस्थितियों के परे जा सकते हैं और शुद्ध हो सकते हैं।

हरि नाम ही भगवान को याद करने का प्रमुख माध्यम है।

(यह भाग परमपूज्य रोमपाद स्वामी द्वारा उपदेशामृत में से 'दीक्षा 'नामक शीर्षक पर दिए गए प्रवचन से लिया गया है)।

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