उपासना काण्ड क्या है?

upasana
वेदास!
3 Oct 2019

उपासना काण्ड क्या है?

प्रश्न: श्रीमद भगवताम (१.१.२): प्रथम स्कन्द के प्रथम अध्याय के श्लोक संख्या दो में श्रील प्रभुपाद जी उपासना कांड के बारे में बात करते हैं। हमें भक्ति के रूप में उपासना कांड की समझ है। यहाँ यह कहा गया है कि श्रीमद्भागवतम् उपासना काण्ड से श्रेष्ठ है। यदि श्रीमद्भागवतम् उपासना काण्ड से श्रेष्ठ है, तो उपासना काण्ड क्या है?

रोमपाद स्वामी द्वारा उत्तर: "उपासना" शब्द का व्यापक अर्थ "पूजा" है। विभिन्न जगहों में प्रसंग के अनुसार, उपासना, भक्ति + कृष्ण/विष्णु की पूजा का संकेत करता है या यह कभी-कभी देवताओं की पूजा का संकेत दे सकता है (जैसे श्रीमद भगवताम ४.२०.३० तात्पर्य)

श्रीमद भगवताम १.१.२ के तात्पर्य में जो श्रीमद भगवताम प्रदान कर रहा है उसकी सर्वोत्कृष्टता को बताया गया है (अर्थात्, श्रीमद भगवताम का स्थान उपासना कांड से सर्वोत्कृष्टता के रूप में बताया गया है)-अर्थात्, सभी अस्तित्व के मूल भगवान श्रीकृष्ण ही हैं चाहे आध्यात्मिक हो या भौतिक।

जबकि कोई यह भी कह सकता है कि श्रीमद भगवताम  उपासना-कांड का ग्रंथ है, साथ ही उपरोक्त बिंदु भी सही है-जो श्रीमद भगवताम के भेद को पहचान रहा है, जो अन्य सभी उपासना-कांड ग्रंथों से परे है।

श्रीमद भगवताम सर्वोपरी अमल प्रमाण है अर्थात बेदाग या विशुद्ध-सत्त्व, जबकि अन्य सत्त्व हैं (अर्थात थोड़ा अन्य गुणों से मिला हुआ)।

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